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जलवायु परिवर्तन अनुकूलन के लिए सी-सूट के अधिकारियों के साथ अध्यक्ष महोदय की बैठक
Mumbai | 29 August 2024

जीआईज़ेड इंडिया और टाइम्स समूह के साथ साझेदारी में नाबार्ड ने दिनांक 29 अगस्त 2024 को नाबार्ड, प्रधान कार्यालय, मुंबई में सी-सूट के अधिकारियों के साथ ""क्लाइमेट चेंजमेकर्स: एम्पावरिंग चेंज, इनेबलिंग रेजिलिएंस"" नामक एक उच्च-स्तरीय विचार-विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में श्री शाजी के.वी., अध्यक्ष और श्री जी एस रावत, उप प्रबंध निदेशक ने भारत में जलवायु अनुकूलन और संधारणीय विकास के लिए रणनीतियों पर चर्चा करने के लिए विभिन्‍न उद्योगों/ सेक्‍टरों के 30 से अधिक सी-सूट अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बातचीत की.

यह कार्यक्रम इंडो-जर्मन परियोजना 'क्लाइमेट एडाप्टेशन, रेजिलिएंस एंड क्लाइमेट फाइनेंस इन रूरल इंडिया (सीएएफआरर्आ-II)' के एक भाग के रूप में आयोजित किया गया था. कार्यक्रम का संचालन श्री विनीत छेत्री, प्रबंध निदेशक, स्वतंत्र माइक्रोफिन द्वारा जीआईज़ेड इंडिया और डीसीएएस, नाबार्ड, प्रधान कार्यालय के अधिकारियों के साथ किया था.

अध्‍यक्ष महोदय ने एग्री स्टैक और यूनिफाइड लेंडिंग इंटरफेस जैसी डिजिटल पहलों, ग्रीन टैक्सोनॉमी जैसे ढांचों, हरित और जलवायु अनुकूल परितंत्रों के लिए सहयोग और साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डाला. उन्होंने पैक्स कम्प्यूटरीकरण, साझा सेवा उद्यम और अन्य पहलों के माध्यम से ग्रामीण वित्तीय संस्थानों की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए नाबार्ड के प्रयासों की ओर संकेत किया.

इस अवसर पर, उप प्रबंध निदेशक महोदय ने कृषि और ग्रामीण क्षेत्र पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव पर प्रकाश डाला, और जल प्रबंधन और जलवायु-अनुकूल आजीविका के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने कहा कि संसाधनों और प्रौद्योगिकीयों पर शोधकार्य में निजी क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका है, और जलवायु परिवर्तन अनुकूलन और शमन की रणनीतियों में मजबूत अनुसंधान और विकास कार्य अपरिहार्य हैं. इसके साथ ही, भारत के कृषि और ग्रामीण समुदायों के लिए जलवायु-अनुकूल भविष्य बनाने के लिए जलवायु परिवर्तन पर राज्य कार्रवाई योजनाओं (एसएपीसीसी) पर राज्य सरकारों के साथ सक्रिय भागीदारी अत्‍यावश्‍यक है.

अध्यक्ष महोदय और श्री छेत्री के बीच के परस्‍कार संवाद और सी-सूट के अधिकारियों के साथ अध्यक्ष महोदय के विचार-विमर्श ने व्‍यवसाय परिचालन में जलवायु अनुकूलन को एकीकृत करने पर मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान की.। अध्यक्ष महोदय के अभिनव दृष्टिकोण के आह्वान और सतत विकास को बढ़ावा देने में नाबार्ड की भूमिका ने सक्रिय उपायों और बाजार संचालित समाधानों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला.

इस संवाद ने प्रभावी जलवायु संबंधी कार्रवाई के लिए सरकार, विकास एजेंसियों और उद्योगों के अग्रणियों के बीच आवश्यक क्रॉस-सेक्टोरल साझेदारी के लिए सफलतापूर्वक एक वातावरण का निर्माण किया. सी-सूट के अधिकारियों की उपस्थिति और सक्रिय भागीदारी ने मुख्य व्यावसायक रणनीति के रूप में जलवायु अनुकूलता की बढ़ती मान्यता को रेखांकित किया.