हम क्या करते हैं

हम अपने वित्तीय, विकासलक्षी और पर्यवेक्षण का कार्य देखने वाले विभागों के अंतर्गत निष्पादित किए जाने वाले, विशेष रूप से डिजाइन किए गए प्रयासों के माध्यम से ग्रामीण भारत को वित्तीय दृष्टि से समावेशी बनाकर उसे सशक्त बना रहे हैं. सबको सम्मिलित करने वाले हमारे प्रयासों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का प्रत्येक महत्वपूर्ण पहलू शामिल है. चाहे पुनर्वित्त सहायता हो, जिला स्तरीय ऋण योजनाएँ हों, नई विकास योजनाएँ हों, भारत सरकार की विकास योजनाओं का कार्यान्वयन हो, विपणन प्लेटफॉर्म हों, कौशल विकास प्रशिक्षण हो, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का पर्यवेक्षण हो, ये सभी हमारे कार्यक्षेत्र में आते हैं.

प्रशिक्षण हो, सहकारी बैंकों और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों का पर्यवेक्षण हो, ये सभी हमारे कार्यक्षेत्र में आते हैं. राष्ट्र निर्माण के मार्ग पर हमारी निरंतर आगे बढ़ती यात्रा के कुछ महत्वपूर्ण पडावों में 1992 में शुरू की गई एसएचजी बैंक लिंकेज परियोजना शामिल है जो आज विश्व की सबसे बड़ी सूक्ष्म वित्त परियोजना बन चुकी है. किसान क्रेडिट कार्ड को करोड़ों किसानों के लिए आराम के साधन के रूप में मान्य किया गया है. हमने जलवायु-रोध के संधारणीय साधन के रूप में वाटरशेड विकास के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है और भारत की कुल ग्रामीण आधारभूत संरचना के पाँचवे हिस्से का सफलतापूर्वक वित्तपोषण किया है. यह तो बस शुरुआत है, और विस्तार तथा गहराई से हमें जानने के लिए इस रोमांचक यात्रा में हमारे साथ जुड़िए.

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