15 अगस्त 2024 को प्रधान कार्यालय में 78वां स्वतंत्रता दिवस बड़े उमंग और उत्साह के साथ मनाया गया. कार्यालय परिसर को व्यापक प्रकाश व्यवस्था, सजावट व्यवस्था और फूलों से सजाया गया था, जिससे उत्सव का माहौल बन गया. आगमन पर, नाबार्ड के उप प्रबंध निदेशक श्री जी एस रावत और श्री ए के सूद का गार्ड ऑफ ऑनर के साथ स्वागत किया गया. इस कार्यक्रम में बैंक के सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के सदस्यों ने भी भाग लिया.दोनों उप प्रबंध निदेशकों ने साथ मिलकर राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इसके बाद स्टाफ सदस्य सभागार में इकट्ठे हुए जहाँ उप प्रबंधक निदेशकों ने सभा को संबोधित किया.
श्री ए. के. सूद, उप प्रबंध निदेशक ने अपने संबोधन में पिछले वर्षों में नाबार्ड के महत्वपूर्ण योगदानों पर प्रकाश डाला. उन्होंने कहा कि नाबार्ड ने राष्ट्रीय मील के पत्थर हासिल करने और अपने मूल अधिदेश को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने स्वयं सहायता समूह-बैंक लिंकेज कार्यक्रम के माध्यम से सूक्ष्म-वित्त में नाबार्ड के अग्रणी प्रयासों, राज्य सरकारों को ग्रामीण आधारभूत संरचना वित्त उपलब्ध कराने और कृषि और ग्रामीण वित्त पर इसके नीति-स्तरीय योगदानों को रेखांकित किया. श्री सूद ने कृषि क्षेत्र में नीति-निर्माण को संसूचित करने और उसे एक नई दिशा देने के लिए एक द्विमासिक ग्रामीण मनोभाव सर्वेक्षण आयोजित करने की नाबार्ड की योजना का परिचय दिया. उन्होंने स्टाफ को अधिक से अधिक प्रौद्योगिकी अपनाने और सुविधाकर्ताओं से कार्यान्वयनकर्ताओं में संक्रमित होने हेतु प्रेरित किया.
श्री जी एस रावत, उप प्रबंध निदेशक, ने स्वतंत्रता दिवस को, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने और हमारे लक्ष्यों को जिम्मेदारी से प्राप्त करने के लिए उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का एक सु-अवसर बताया. उन्होंने कृषि और ग्रामीण विकास की चुनौतियों से निपटने के नाबार्ड के 44 वर्ष के इतिहास पर प्रकाश डाला, जिसमें नाबार्ड के महत्वपूर्ण प्रभाव शामिल थे. तथापि, उन्होंने जलवायु परिवर्तन की बढ़ रही चुनौतयों पर भी जोर दिया, जो गरीबों की आजीविका के लिए असमान रूप से प्रभावित करते हुए खतरे उत्पन्न कर रही हैं. श्री रावत ने आश्वास्त भी किया कि नाबार्ड जलवायु परिवर्तन से निपटने और नए समाधान खोजने के लिए सक्रिय कदम उठा रहा है. उन्होंने गरीब ग्रामीण परिवारों की सहायता के लिए सहकारी समितियों के निरंतर महत्व पर प्रकाश डाला और उनके प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए नाबार्ड की प्रतिबद्धता भी दोहराई. स्टाफ सदस्यों की ईमानदारी और समर्पण को स्वीकार करते हुए, उन्होंने नए कौशल प्राप्त करने और सोशल मीडिया की बढ़ती प्रासंगिकता को देखते हुए, उसके साथ प्रभावशाली ढंग से जुड़ने की आवश्यकता पर बल दिया. उन्होंने इस बात पर बल देते हुए अपनी बात समाप्त की कि भारत सरकार को नाबार्ड से अनेक अपेक्षाएं हैं और हमें उत्कृष्टता के साथ उन्हें पूरा करने का प्रयास करना चाहिए.
उप महाप्रबंधकों के संबोधनों के बाद, नाबार्ड के स्टाफ सदस्यों ने एक रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किया. उप प्रबंध कनदेशकों ने कलाकारों के साथ बातचीत की, उनके प्रयासों की सराहना करते हुए प्रोत्साहित किया.
78वें स्वतंत्रता दिवस का अविस्मरणीय समारोह डीपीएसपी के मुख्य महाप्रबंधक श्री पी के भारद्वाज के धन्यवाद ज्ञापन के साथ समाप्त हुआ. कार्यक्रम का समापन हल्के-फुल्के जलपान के साथ हुआ.