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वित्त विभाग

नाबार्ड के समग्र कामकाज में वित्त विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह विभाग तरलता, अधिशेष प्रबंधन के साथ-साथ बैंक के व्यापार विभागों और विकास विभागों के लिए निधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करता है.

प्रमुख कार्य

वित्त विभाग के चार प्रमुख कार्य हैं:

  • संसाधनों को जुटाना
  • तरलता प्रबंधन और निधियों का परिचालन
  • केंद्रीय भुगतान
  • सेवा-निवृत्ति निधियों (उपदान – ग्रैट्यूइटी, पेंशन, आदि) का प्रबंधन

क. संसाधन जुटाना और इनका शोधन

यह विभाग विविध अवधि के अलग – अलग लेख-पत्रों (इन्स्ट्रूमेंट्स) के माध्यम से बैंक की निधि आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संसाधन जुटाता है और इनका शोधन करता है :

  • बॉण्ड
  • जमा-राशियों के प्रमाणपत्र
  • वाणिज्यिक प्रलेख
  • बैंकों से मीयादी ऋण
  • मीयादी ऋण
  • ग्रामीण आधारभूत विकास निधि (आरआईडीएफ)
  • अल्पावधि सहकारी ग्रामीण ऋण जमाराशियाँ (एसटीसीआरसी)
  • अल्पावधि क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक जमाराशियाँ (एसटीआरआरबी)
  • दीर्घावधि ग्रामीण ऋण निधि जमाराशियाँ (एलटीआरसीएफ) आदि
  • भंडारण आधारभूत निधि (डबल्यूआईएफ)
  • खाद्य प्रसंस्करण निधि (एफ़पीएफ़)
  • भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा अनुमत विशेष चलनिधि जैसे कोई अन्य संसाधन
  • संस्थागत निवेशकों को जारी किए गए कारपोरेट बॉण्ड, नेशनल स्टॉक्स एक्सचेंज / बॉम्बे स्टॉक्स एक्सचेंज पर लिस्ट होते हैं. साथ ही, कर-मुक्त बॉण्ड – टैक्स-फ़्री बॉण्ड की लिस्टिंग बॉम्बे स्टॉक्स एक्सचेंज पर किए जाते हैं. खुदरा प्रलेखों (जैसे- कैपिटल गेन्स बॉण्ड, नाबार्ड रुरल बॉण्ड और भविष्य निर्माण बॉण्ड) का शोधन हमारे रजिस्ट्रार एंड ट्रांस्फर एजेंट के रूप में यूटीआई इंफ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलोजी एंड सर्विसेस लि. करता है. कारपोरेट बॉण्ड के लिए डिबेंचर न्यासी (ट्रस्टी) एक्सिस ट्रस्टी लि. और इन बॉण्ड के लिए रजिस्ट्रार एंड ट्रांस्फर एजेंट, डाटामैटिक्स बिज़नेस सोल्यूशन्स लि. है. भविष्य निर्माण बॉण्ड के लिए आईडीबीआई ट्रस्टीशिप सर्विसेस लि. ट्रस्टी है. वर्ष 2015-16 में जारी किए गए कर-मुक्त बॉण्ड (टैक्स फ़्री बॉण्ड) के लिए एक्सिस ट्रस्टी सर्विसेस लि. डिबेंचर ट्रस्टी का कार्य करता है और लिंक इन टाइम इसका रजिस्ट्रार है. रजिस्ट्रार, ट्रस्टी और नाबार्ड से संपर्क संबंधी जानकारी साइट के होम पेज पर इन्वेस्टर्स विंडो पर दिया गया है. नाबार्ड के अनुपालन अधिकारी श्री विनोद चन्द्रशेखरन हैं. बॉण्ड के संबंध में किसी भी समस्या / अधिक जानकारी के लिए हमारे बॉण्ड निवेशक उनसे compliance.officer@nabard.org ईमेल पर संपर्क कर सकते हैं. नाबार्ड द्वारा जारी खुदरा बॉण्ड संबंधी पूछताछ retail.bonds@nabard.org पर की जा सकती है.

ख. केंद्रीय भुगतान

ऋण परिचालनों, प्रशासनिक और अन्य प्रयोजनों के लिए नाबार्ड के क्षेत्रीय कार्यालयों को तथा ग्राहक संस्थाओं (वाणिज्य बैंक, छोटे वित्त बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, ग़ैर-बैंकिंग वित्त कंपनियों, राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंकों, राज्य सहकारी बैंकों और ज़िला मध्यवर्ती सहकारी बैंकों), राज्य सरकारों और अन्य पात्र संस्थाओं को विभाग केंद्रीय भुगतान प्रणाली के माध्यम से निधियों का प्रेषण करता है.

ग. कोष (ट्रेजरी) परिचालन और तरलता प्रबंधन

बैंक के व्यापार / विकास परिचालनों और प्रशासनिक कार्य के लिए आवश्यक पर्याप्त निधियों को उपलब्ध करने की दृष्टि से विभाग ट्रेजरी का परिचालन करता है. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक अधिनियम के प्रावधानों, भारतीय रिज़र्व बैंक के दिशा-निर्देशों, आस्ति-देयता प्रबंधन नीति – एएलएम पॉलिसी, निवेश नीति और तरलता जोखिम तथा ब्याज दर जोखिम तंत्र के भीतर निदेशक मण्डल द्वारा दिए गए निदेशों के अनुसार अनुमोदित प्रलेखों में बैंक के अस्थाई अधिशेषों और अन्य निधियों का निवेश करता है.

घ. सेवा निवृत्ति निधियों का प्रबंधन

विभाग अपने कर्मचारियों के पेंशन, ग्रैट्यूइटी, अवकाश नकदीकरण जैसे लाभों को अनुमोदित प्रतिभूतियों में निवेश कर इनका प्रबंधन करता है.

राष्ट्रीय स्तर पर विभाग की प्रमुख उपलब्धियां

  • नाबार्ड को भारत सरकार ने दीर्घावधि सिंचाई निधि (एलटीआईएफ़), प्रधान मंत्री आवास योजना – ग्रामीण (पीएमएवाई – जी), स्वच्छ भारत अभियान (एसबीएम), सूक्ष्म सिंचाई निधि (एमआईएफ़), डेयरी आधारभूत विकास निधि (डीआईडीएफ़), और मत्स्यपालन और अक्वाकल्चर आधारभूत विकास निधि (एफ़आईडीएफ़) आदि जैसी प्रतिष्ठित प्रमुख योजनाओं के लिए चरणबद्ध संसाधन संग्रहण के प्रबंधन का दायित्व दिया है.
  • नाबार्ड को हरित जलवायु निधि – ग्रीन क्लाइमेट फंड के अधीन राष्ट्रीय कार्यान्वयक संस्था – नेशनल इंप्लीमेंटिंग एंटिटी के रूप में अधिकृत किया गया है. हरित जलवायु निधि – ग्रीन क्लाइमेट फंड को यूएनएफ़सीसीसी की वित्तीय प्रणाली के परिचालन नामित किया गया है. नाबार्ड ने देश के वाणिज्यिक, औद्योगिक और आवासीय क्षेत्र के ग्राहकों के लिए छप्पर सौर इकाइयों – सोलर रूफ़ टॉप इकाइयों को सहायता प्रदान करने के लिए अभी तक इस निधि से $50 मिलियन डॉलर का संग्रहण किया है.
  • नाबार्ड ने पहली बार सोशल बॉन्ड जारी करके इतिहास रचा,जिसके लिए 29 सितंबर 2023 को बीएसई, मुंबई में लिस्टिंग समारोह आयोजित किया गया था. यह इश्यू ईएसजी निवेश की दिशा में इस तरह का पहला मुद्दा है,क्योंकि ₹1000 करोड़ के बेस इश्यू के मुकाबले सब्सक्रिप्शन था. ₹8560 करोड़ की बोली, जिसमें से ₹1040.50 करोड़ की बोलियाँ स्वीकार की गईं. इस पेशकश के माध्यम से जुटाई गई धनराशि का उपयोग NIDA के तहत वित्तपोषित भारत सरकार के जल जीवन मिशन के तहत पेयजल परियोजनाओं के लिए प्रदान किए गए आवश्यक वित्तपोषण को पुनर्वित्त करने के लिए किया

संपर्क सूचना

श्री एस श्रीनाथ
मुख्य महाप्रबंधक
दूसरी मंज़िल, ‘डी’ विंग
सी -24, ‘जी’ ब्लॉक
बांद्रा – कुर्ला संकुल,
बांद्रा (पूर्व)
मुंबई - 400051
दूरभाष : (91) 022-2653001
ईमेल: fd@nabard.org

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