राष्ट्रीय पशुधन मिशन कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय की एक पहल है. 2014-15 से शुरू हुए इस मिशन का उद्देश्य हैः पशुधन क्षेत्र का संधारणीय विकास.
नाबार्ड राष्ट्रीय पशुधन मिशन के उद्यमिता विकास और रोजगार सृजन (ईडीईजी) घटक के तहत निम्नलिखित योजनाओं के लिए सब्सिडी चैनलाइजिंग एजेंसी है.
- पोल्ट्री वेंचर कैपिटल फंड (पीवीसीएफ)
- छोटे जुगाली करने वालों और खरगोशों का एकीकृत विकास (आईडीएसआरआर)
- सूअर विकास (पीडी)
- नर भैंस बछड़ों को बचाना और उनका पालन-पोषण करना
- प्रभावी पशु अपशिष्ट प्रबंधन
- फीड और चारे के लिए भंडारण सुविधा का निर्माण
लाभार्थियों की सूची
- किसान, व्यक्तिगत उद्यमी
- एनजीओ
- कंपनियाँ
- सहकारी संस्थाएँ
- संगठित और असंगठित क्षेत्र के समूह जिनमें स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) और संयुक्त देयता समूह (जेएलजी) शामिल हैं
पात्र वित्तीय संस्थाएँ
- वाणिज्य बैंक
- क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक
- राज्य सहकारी बैंक
- राज्य सहकारी कृषि और ग्रामीण विकास बैंक
- नाबार्ड से पुर्नवित्त प्राप्त अन्य पात्र संस्थाएँ
डाउनलोड के लिए लिंक
विस्तृत दिशानिर्देश भारत सरकार की वैबसाइट www.dahd.nic.in पर उपलब्ध है.
01.07.2021 से योजना को जारी रखने के लिए प्रशासनिक स्वीकृति भारत सरकार से प्राप्त नहीं हुई है।