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आर्थिक विश्लेषण और अनसुंधान विभाग

आर्थिक विश्लेषण और अनुसंधान विभाग (डीईएआर) की स्थापना नाबार्ड, सरकार और अन्य हितधारकों के संगत मामलों पर उन्हें नीतिगत और कार्योन्मुख अनुसंधान सहयोग उपलब्ध कराने के उद्देश्य से की गई. यह विभाग नाबार्ड के अधिदेश के अनुसरण में कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़ी ज्ञान-संचालित गतिविधियों में विशेषज्ञता रखता है.
इस विभाग की शक्ति व्यावसायिक अर्थशास्त्रियों के संवर्ग और अन्य प्रतिष्ठित संस्थाओं के साथ पारस्परिक संबंध और सहयोग स्थापित करने के इसके सामर्थ्य में निहित है.

विज़न

“नाबार्ड के एक उत्कृष्ट गुणवत्ता वाले अनुसंधान खंड के रूप में विकसित होना जो अभिनव विचारों के सृजन, नीतिगत जानकारी के विकास में सहयोग और नीतिगत विकल्पों के मूल्यांकन के लिए ऐसे अनुसंधान का संचालन और समन्वय करे जिससे संगठन के उद्देश्यों की प्राप्ति में प्रबंधन को सहयोग मिले और अनुसंधान के ऐसे परिणाम सामने आएँ जो विशेष रूप से ग्रामीण ऋण के आयामों तथा सामान्य रूप से समग्र ग्रामीण विकास की नाबार्ड की समझ में बेहतरी लाएँ.”

मूल कार्य

अ. अनुसंधान अध्ययनों के माध्यम से प्रबंधन को नीतिगत जानकारी उपलब्ध कराना:

  • प्रधान कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में संगठन के भीतर, विषय विशेषज्ञों के माध्यम से आंतरिक अध्ययन और अन्य अनुसंधान गतिविधियाँ चलाना.
  • राज्य/क्षेत्र-विशिष्ट मुद्दों पर प्रतिष्ठित अनुसंधान संस्थानों के सहयोग से अनुसंधान संचालित करना.

आ. अनुसंधान और विकास निधि का प्रबंधन

Tनाबार्ड ने सामान्य रूप में निम्नलिखित प्रयोजनों के लिए अनुसंधान सहायता उपलब्ध कराने के लिए नाबार्ड अधिनियम, 1981 के प्रावधानों के अनुसार अनुसंधान और विकास निधि की स्थापना की:

  • अनुसंधान परियोजनाएँ/ अध्ययन

अनुसंधान और विकास निधि के तहत सहायता-प्राप्त अध्ययनों और अनुसंधान परियोजनाओं का लक्ष्य गहन अध्ययनों, अनुप्रयुक्त अनुसंधान और नवोन्मेषी पद्धतियों के माध्यम से कृषि और ग्रामीण विकास की समस्याओं में अंतर्दृष्टि प्राप्त करना होता है. वित्तीय वर्ष 2023-24 में, मंजूरी प्राप्त अध्ययनों में विभिन्न क्षेत्रों को शामिल किया गया जैसे कि ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार (ई-नाम) द्वारा कृषि उपज बाजार समिति (एपीएमसी) के मंडी बाजारों को जोड़ने में किसानों की भागीदारी और चुनौतियों का आकलन करना, आपूर्ति श्रृंखला का आर्थिक विश्लेषण और केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में एप्रीकॉट की फसलोपरांत क्षतियाँ, ओडिशा में कृषि क्षेत्र में ऋण प्रवाह के निर्धारक और बाधाएं, आदि. वित्तीय वर्ष 2022-23 और वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान, निम्नलिखित अध्ययन रिपोर्ट पूर्ण की गईं:

क्र. सं. विषय का नाम रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 संधारणीय खारे पानी की कृषि हेतु तमिलनाडु के तिरुवल्लूर जिले के तटीय वाटरशेड आधारित सतह और उप-सतह लवणता मैपिंग और मॉडलिंग-अनुसंधान अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112230434nrs27-coastal-watershed-based-surface-and-sub-surface-salinity-mapping-and-modelling-of-thiruvallur-district.pdf
2 विलयन के बाद क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों के परिचालन दक्षता में सुधार https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112230325nrs28-study-on-improving-operational-and-financial-efficiency-of-rrbs.pdf
3 हार्वेस्टिंग गोल्ड इन इंडियन एग्रिकल्चर : देश भर में कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में सफलता की कहानियों का अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112230224nrs31-harvesting-gold-from-indian-agriculture-gaon-connection.pdf
4 गोवा राज्य में "माई पैड माई राइट" पहल के लिए उद्यमशीलता सशक्तीकरण सहायता https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112230057nrs29-entrepreneurial-empowerment-support-for-my-pad-my-right-initiative-in-goa.pdf
5 त्रिपुरा में एपीएमसी विनियमित बाजारों का अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112235947nrs36_study-on-apmc-regulated-markets-in-tripura.pdf
6 पूर्वी उत्तर प्रदेश में उच्च मूल्य कृषि के लिए मूल्य श्रृंखला वित्तपोषण का एक विश्लेषणात्मक अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112235854nrs33-an-analytical-study-of-value-chain-financing-to-high-value-agriculture-in-eastern-up.pdf
7 एक जिला, एक फसल: मणिपुर में फसल मूल्य श्रृंखालाओं का एक अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112235721nrs30-one-district-one-product.pdf
8 आय और उत्पादकता में सुधार हेतु खाद्य और फाइबर के लिए केले के पौधे का समग्र उपयोग करना https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2404242134nrs-30a-using-whole-banana-plant.pdf
9 सहकारी क्षेत्रों के भीतर और बाहर हथकरघा उद्योग के ऋण, विपणन और संधारणीय के मुद्दों पर अध्ययन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0102240127NRS39_A-Study-on-Credit-Marketing.pdf
10 किराएदारी और क्रेडिट: क्रस्ट के नीचे तथ्यों की खोज https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1112235430nrs38-tenancy-and-credit_exploring-facts-below-the-crust.pdf
11 ऋण और बीमा एवं भंडारण और विपणन पर ध्यान केंद्रित करने के साथ भारतीय कृषि से संबंधित मामलों की स्थिति का आकलन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1201243818assessing-the-state-of-affairs-in-indian-agriculture-with-a-focus-on-credit-insurance-and-storage-marketing.pdf
12 2030 तक कृषि आधारित वस्तुओं के लिए भारत की मांग और आपूर्ति की संभावनाएं https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0501244856nrs-40_prospects-of-indias-demand-and-supply-for-agricultural-commodities-towards-2030.pdf
13 ज़ीरो बजट नैचुरल फ़ार्मिंग- स्थिरता, लाभप्रदता और खाद्य सुरक्षा के लिए निहितार्थ https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1903240424nrs.pdf
14 वर्षा और टैंक भंडारण: तमिलनाडु में टैंक कैस्केड अप्रोच का उपयोग करके सामयिक परीक्षण टैंक भंडारण पैटर्न के साथ टैंक प्रदर्शन का पुनः अवलोकन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0504245341publication.pdf
15 तमिलनाडु और राजस्थान राज्यों में 'वाटरशेड विकास परियोजनाओं का जलवायु प्रूफिंग' शीर्षक से अनुकूलन निधि परियोजना का अंतिम मूल्यांकन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1604242250nrs-44.pdf
  • रिसर्च क्रॉनिकल
  • रिसर्च क्रॉनिकल डियर विभाग का एक द्विवार्षिक प्रकाशन है जिसका उद्देश्य नाबार्ड के अनुसंधान और विकास निधि के तहत सहायता प्राप्त अध्ययनों के निष्कर्षों के अधिक पाठक संख्या, आउटरीच और बेहतर आंतरिकीकरण की सुविधा प्रदान करना है. यह अनुसंधान लेखों का संकलन है जिसमें अध्ययन के प्रमुख अन्वेषक (पीआई) कार्यान्वयन योग्य नीतिगत सिफारिशों पर ध्यान देने के साथ एक लेख के रूप में किए गए अनुसंधान के सार को संक्षेप में प्रस्तुत करते हैं. रिसर्च क्रॉनिकल के निम्नलिखित अंक अब तक जारी किए गए हैं:

क्र. सं. प्रकाशन का विषय रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 रिसर्च क्रॉनिकल जनवरी 2023 https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0705242157research-chroncile-january-2023-compressed.pdf
2 रिसर्च क्रॉनिकल अक्तूबर 2023 https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0301240357research-chronicle.pdf
3 रिसर्च क्रॉनिकल अप्रैल 2024 https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2604245734research-chronicle_april-2024.pdf
  • संगोष्ठी /सम्मेलन/वेबिनार आदि
  • हितधारकों के बीच अनुसंधान के निष्कर्षों के प्रसार के लिए संगोष्ठियाँ प्रायोजित करने के लिए भी अनुसंधान और विकास निधि का उपयोग किया जाता है. संगोष्ठी के प्रकाशनों के लिए सहयोग देकर नाबार्ड कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़ी विषय-वस्तु पर अनुसंधान से निकली जानकारी को अनेक क्षेत्रों में प्रसारित करने और प्रासंगिक नीति निर्माण में सहायता करने का प्रयास करता है.

  • नाबार्ड चेयर यूनिट स्कीम
  • नाबार्ड चेयर यूनिट स्कीमको नाबार्ड की रुचि के क्षेत्रों में व्यापक अनुसंधान करने के उद्देश्य से प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ सदृढ़ अनुसंधान संबंध स्थापित करने के लिए बनाया गया है.

  • सामयिक पत्र/ अनुसंधान और नीति की श्रृंखला
  • विभाग नाबार्ड के परिचालनों से संबंधित सामयिक मुद्दों पर सामयिक पत्र/ अनुसंधान और नीति शृंखला प्रकाशित करता है. इस शृंखला के पत्रों में जलवायु परिवर्तन से लेकर कृषि मूल्य नीति, मूल्य शृंखला, स्टार्ट-अप, पशुधन आदि विषयों को शामिल किया गया जिनमें विभिन्न मुद्दों, नीतिगत संगति, विहित पद्धतियों के उल्लेख के साथ-साथ नाबार्ड से संगत विषयों पर भविष्य में लाए जाने वाले पत्रों के बारे में सुझावों को भी शामिल किया गया. लोगों तक व्यापक पहुँच के लिए इन्हें हमारी वेबसाइट पर अपलोड किया गया है. इस शृंखला के अंतर्गत जारी पत्र निम्नानुसार हैं:

क्र. सं. प्रकाशन का विषय URL Path
1 भारत में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कृषि मूल्य नीति https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1507223217Paper-1-%20Agri-Price-Policy-Dr.Kumar-&-Mittal.pdf
2 विकास की छाँव में:भारत के कृषि विकास में वर्षा-आधारित कृषि और सूखा https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2007223425Paper-2-%20Rainfed-Agriculture-Dr.-Deshpande.pdf
3 भारतीय खाद्य प्रणाली नवोन्मेष,उत्तरजीविता और निवेश को डिजिटाइस करने वाले स्टार्ट-अप https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1507223907Paper-3-Startups-Digitising-Food-System-Dr.Chandra.pdf
4 भारतीय कृषि में जलवायु परिवर्तन और जोखिम प्रबंधन https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2007223843Paper-4-Climate-and-Risk-Management-Dr.-Birthal.pdf
5 भारत में कृषि प्रौद्योगिकी:समीक्षा https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1507224157Paper-5-Agricultural-Tech-in-India-Dr.Joshi-&-Varshney.pdf
6 21 वीं सदी के लिए कृषि चुनौतियाँ और नीतियाँ https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501230903paper-6-agri-challenges-and-policies.pdf
7 भूजल बाजार और कृषि विकास: दक्षिण एशिया का अवलोकन https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1310224208paper-8-groundwater-markets-dr-tushhar-shah.pdf
8 पशुधन, कृषि वृद्धि और गरीबी उन्मूलन https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1310224144paper-7-livestck-dr-birthal.pdf
9 भारत में टैंक सिंचाई: भविष्यगत प्रबंधन कार्यनीतियाँ और निवेश का विकल्प https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2911220533paper-10-tank-irrigation-in-india-by-dr-palanisami.pdf
10 कृषि और ग्रामीण विकास के लिए संस्थाएँ: भारत में जल संस्थाओं पर केस स्टडी https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2911220424paper-9-agriculture-and-rural-inst-by-dr-saleth.pdf
11 संधारणीय मीट वैल्यू चैन और किसानों की आय में वृद्धि https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501230711paper-11-sustainable-meat-value-chain.pdf
12 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के ऋण-जमा अनुपात की प्रवृतियाँ और व्यवहार शैलियाँ https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2804231711cd-ratio-paper-dennis-rajakumar.pdf
13 भारत में ग्रामीण आजीविका की बदलती संरचना https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0502241726r-and-p-changing-structure-of-rural-livelihood.pdf
  • नीति का संक्षिप्त विवरण
  • नैब नीति संक्षिप्त में अनुसंधान एवं विकास निधि के अंतर्गत नाबार्ड द्वारा किए गए अनुसंधान कार्यों के आधार परसंक्षिप्त और स्पष्ट रूप में तैयार किए गए प्रमुख निष्कर्षों और नीतिगत सिफारिशों पर प्रकाश डाला गया है. नैब नीति संक्षिप्त के निम्नलिखित मुद्दे अब तक जारी किए गए हैं:

क्र. सं. प्रकाशन का विषय रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 भारतीय कृषि में जलवायु परिवर्तन और जोखिम प्रबंधन पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0202245346policy-brief-climate-and-risk-management.pdf
2 भारत में वर्षा आधारित कृषि और सूखाग्रस्त कृषि के विकास पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2408230333nab-policy-brief-Issue-no-4.pdf
3 संधारणीय मीट वैल्यू चैन और किसानों की आय में वृद्धि पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/pub_240823063038750.pdf
4 भारत में अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों के ऋण-जमा अनुपात की प्रवृतियाँ और व्यवहार शैलियों पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1407231511NAB%20POLICY%20Brief.pdf
5 भारतीय खाद्य प्रणाली में नवोन्मेषण, जलवायु परिवर्तन पर उत्तरजीविता और निवेश नीति का संक्षिप्त विवरण और भारतीय कृषि में जोखिम प्रबंधन पर आधारित स्टार्टप्स पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2408235914nab-policy-brief-Issue-no-2.pdf
66 भारत में कृषि मूल्य श्रृंखलाओं पर नीति का संक्षिप्त विवरण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/0403244525policy-brief-agri-value-chain.pdf
  • विद्यार्थियों का जुड़ाव
  • नाबार्ड 2005-06 से ही स्टूडेंट इंटर्नशिप स्कीम (एसआईएस) के माध्यम से विद्यार्थी समुदाय से जुड़ा रहा है. इस योजना का उद्देश्य नाबार्ड के लिए उपयोगी और संगत अल्पावधि कार्य/परियोजनाएँ/अध्ययन विद्यार्थियों को सौंपना है. हमने विद्यार्थी समुदाय के साथ हमारे जुड़ाव के दायरे को विस्तार किया है और इनमें नई योजनाएँ शामिल की हैं, नामतः (i) नाबार्ड स्वर्ण पदक योजना और (ii) उत्कृष्ट डॉक्टरल थीसिस पुरस्कार पर नाबार्ड का उद्धवरण.

इ. नाबार्ड की वार्षिक रिपोर्ट

विभाग प्रति वर्ष नाबार्ड की वार्षिक रिपोर्ट प्रकाशित करता है जिसमें पूर्व वित्तीय वर्ष के दौरान नाबार्ड की प्रमुख गतिविधियों की एक व्यापक तस्वीर का दस्तावेजीकरण किया गया है. संबंधित वर्ष के लिए लेखा परीक्षित खातों को एक सहायक के रूप में प्रमुख सांख्यिकीय विवरणों के साथ भी संलग्न किए जाते है.

नाबार्ड की वार्षिक रिपोर्ट 2022-23 एक स्थायी भविष्य, समुदाय-संचालित संस्थाओं के माध्यम से समावेशी विकास, ग्रामीण बुनियादी ढांचे के वित्तपोषण, ग्रामीण वित्तीय संस्थानों (आरएफआई) के वित्तीय स्वास्थ्य, नाबार्ड अपनी प्रभावशीलता और योग्यता में सुधार करने हेतु क्या कर रहा है, और शीर्ष संस्था अपने लोगों के माध्यम से अपने वित्तीय हित सुनिश्चित करते हुए, प्रक्रियाओं और नीतियों से खुद को कैसे बदल रहा है, इस पर एक नज़र डालता है. अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष (आईवाईएम) और बाजरा को बढ़ावा देने में सरकार की प्रतिबद्धता के कारण, वित्तीय वर्ष 23 की वार्षिक रिपोर्ट में "मिलेट्स फॉर हेल्थ एंड वेल्थ" शीर्षक से बाजरे पर एक थीम अध्याय था. यह अध्याय भारत को वैश्विक बाजरा उत्पादन के उद्गम स्थल के रूप में एक संक्षिप्त संदर्भ प्रदान करता है और भारत और विदेशों में जागरूक खपत की विशाल और बढ़ती बाजार क्षमता का दोहन करने के लिए एक पहल प्रस्तुत करता है जो विश्व के साथ-साथ यहाँ रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखेगा. यह देश में एक जीवंत बाजरा आधारित पारिस्थिति की तंत्र विकसित करने के लिए एक व्यापक रोडमैप भी प्रदान करता है. इस अध्याय का एक अन्य महत्वपूर्ण हिस्सा अध्याय के अंत में एक अनुलग्नक में बाजरा संवर्धन में नाबार्ड की पहल है, जिसमें एक क्यूआर कोड दिया गया है, जो सीधे उस अनुलग्नक तक जाता है जिसका यूआरएल:https://www.nabard.org/nar22-23.aspx पर रहता है. थीम अध्याय और आईवाईएम के अनुरूप, हाई कॉनट्रास्ट कवर पेज भी इस विषय को दर्शाता है जिसमें 'श्री अन्न' अथवा मिलेट के स्वर्णिम आधार पर ध्यान केन्द्रित है. इस साल, हमने सेबी (लिस्टिंग ऑब्लिगेशन एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट) दिशानिर्देश के कारण कॉर्पोरेट गवर्नेंस पर एक सेक्शन भी प्रदान किया है.

पूरी रिपोर्ट पढ़ने हेतु यहाँ क्लिक करें.

ई. प्रभाव रिपोर्ट

नाबार्ड की पहलों का ग्रामीण परिदृश्य पर बहुआयामी प्रभाव पड़ा है. इसने लाखों लोगों के जीवन को छुआ है, और बहुत सी कहानियाँ दुनिया को प्रस्तुत करने की प्रतीक्षा कर रही थीं. नाबार्ड के प्रयासों के जमीनी स्तर के प्रभाव को प्रस्तुत करने के लिए डियर ने वित्तीय वर्ष 2022-23 हेतु ‘प्रभाव रिपोर्ट’ का पहला अंक तैयार किया है. यह रिपोर्ट ग्लोबल रिपोर्टिंग इनिशिएटिव्स (जीआरआई) मानकों की रिपोर्टिंग के आधार पर तैयार की गई है. यह संयुक्त राष्ट्र के संधारणीय विकास लक्ष्यों (एसडीजी) से जुड़ा हुआ है. यह रिपोर्ट हमारे हस्तक्षेपों, पहलों और नवाचारों के प्रभाव को ट्रिपल बॉटम लाइन दृष्टिकोण यानी पीपल, प्लैनेट और प्रॉफ़िट के भीतर व्यक्त करने का अवसर देती है.

पूर्ण रिपोर्ट के पठन हेतु यहाँ क्लिक करें.

उ. अर्थव्यवस्था की ट्रैकिंग

विभाग ने भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था के विभिन्न पहलुओं से संबंधित सभी महत्वपूर्ण डाटा को एकत्र कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था ट्रैकर (आरईटी) नामक एक डाटा ट्रैकिंग प्रणाली विकसित की थी. इसे साप्ताहिक/मासिक बुलेटिनों ('इकोवॉच', 'इकोथिंक') के रूप में परिवर्तित किया गया है, जिनमें अर्थव्यवस्था की स्थिति के साथ ही ब्याज दर पर उतार-चढ़ाव, मुद्रास्फीति, बॉन्ड यील्ड आदि के संबंध में दृष्टिकोण प्रस्तुत किया जाता है.

ऊ. समितियों/विशेषज्ञ कार्य समूहों को सहयोग

विभाग ग्रामीण संकट, मूल्य श्रृंखलाओं, किसानों की आय को दोगुनी करने (डीएफआई), किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), कृषि वृद्धि, जलवायु परिवर्तन और सामाजिक स्टॉक एक्सचेंज जैसेव्यापक विषयों पर विभिन्न मंचों में चर्चा के लिए विभिन्न समितियों को इनपुट प्रदान करता है. जिन समितियों में नाबार्ड की भूमिका होती है उन्हें विभाग और उनके अधिकारी शैक्षणिक/सचिवीय सहायता भी प्रदान करते हैं.

ऋ. केंद्रीय पुस्तकालय

विभाग ने अपने कार्मिकों का ज्ञान बढ़ाने हेतु जर्नल, समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और ऑन-लाइन सदस्यता के अलावा 25000 से अधिक पुस्तकों के साथ प्रधान कार्यालय में एक सु-समृद्ध केंद्रीय पुस्तकालय संचालित किया है.

ए. आंतरिक अनुसंधान/अध्ययन/ प्रकाशन:

विभाग आंतरिक अनुसंधान संचालित करता है और भारतीय कृषि और ग्रामीण विकास से संबंधित मुद्दों पर रिपोर्ट प्रकाशित करता है.

(क) आंतरिक पुस्तिकाएँ

क्र.सं. प्रकाशन का विषय रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 भारत में किसान कल्याण: राज्यवार विश्लेषण https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1710225136farmers-welfare-in-india-a-state-wise-analysis.pdf
2 ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर लेखन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/Flipbook/2021/april-2021/Writings-on-Rural-Economy-nabnet/
3 अचिविंग एन इक्वल फ्यूचर https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1105213757Womens%20Day-booklet.pdf
4 अ क्वार्टर एंड फोर ऑफ इंडियन इकॉनमी https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1708220902a-quarter-and-four.pdf
5 भारत में खाद्य और पोषण सुरक्षा: एक मजबूत कृषि-खाद्य प्रणाली का मार्ग प्रशस्त करना https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501230128nrs-35-food-and-nutritional-security-in-india.pdf

(ख) कार्य पत्र

क्र.सं. प्रकाशन का नाम रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 फसलों में भारत के कृषि क्षेत्र में वृद्धि के पांच दशक: उभरती प्रवृतियाँ और शैलियाँ https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/25012328552609222521five-decades-of-indias-agricultural-growth-across-crops-emerging-trends-and-patterns.pdf
2 नेफ़इंडेक्स: नाबार्ड अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेशन सर्वेक्षण (नाफिस) डाटा के आधार पर वित्तीय समावेशन का मापन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/1008204111WP2020_1.pdf
3 भारत में कृषि के लिए संस्थागत ऋण में क्षेत्रीय असमानताएं: जिला स्तरीय विश्लेषण
4 विश्व व्यापार संगठन व्यवस्था के संदर्भ में पशुधन उत्पादों के निर्यात की संरचना और शैलियाँ https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501230307composition-and-pattern-of-livestock.pdf
5 कोविड-19 महामारी के दौरान भारत का कृषि उत्पादों का व्यापार : प्रदर्शन और संभावनाएं https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501235417indias-trade-of-agricultural-commodities-during-covid-19.pdf
6 भारत में कृषि ऋण की प्रवृतियाँ और शैलियाँ: उत्तर प्रदेश में जिला स्तरीय विश्लेषण https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501235629trends-and-patterns-in-agriculture-credit-in-india.pdf
7 भारतीय मत्स्य पालन की वृद्धि और व्यापार प्रदर्शन : प्रवृतियाँ और बाधाएं https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501230340growth-and-trade-performance-of%20indian%20fisheries.pdf

(ग) रुरल पल्स

नाबार्ड अपने स्टाफ द्वारा किए गए विश्लेषणात्मक अनुसंधान पर आधारित एक संक्षिप्त नीति नुस्खा, रूरल पल्स प्रकाशित करता है जो ज्ञान प्रसार के लिए एक मंच के रूप में भूमिका निभाता है. अब तक रूरल पल्स के 39 अंक प्रकाशित हो चुके हैं. इनमें से कुछ प्रकाशन निम्नानुसार हैं:

क्र. सं. प्रकाशन का विषय रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 नाफ़इंडेक्स: नाबार्ड अखिल भारतीय ग्रामीण वित्तीय समावेशन सर्वेक्षण (नाफिस) डाटा के आधार पर वित्तीय समावेशन का मापन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2106212528Rural%20Pulse%20Issue%20XXXIII.pdf
2 भारत में पुनः पीली क्रांति का आरंभ https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2106212557Rural%20Pulse%20Issue%20XXXIV%20(1).pdf
3 भारतीय हथकरघा क्षेत्र: एक झलक https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/0510214452rural-pulse-special-issue.pdf
4 भारत में बागवानी फसलों की बाजारगत कमजोरियां और संभावनाएँ https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2709220636market-vulnerabilities-and-potential-of-horticulture-crop-in-india.pdf
5 विपरीत पलायन के परिप्रेक्ष्य में कोविड-19 संकट https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2312213955rural-pulse-covid-induced-migration-final-comments.pdf
6 किसान कल्याण को मापने की पद्धति https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/0607220658rural-pulse-issue-no-xxxvii.pdf
7 कृषि मूल्य श्रृंखला का वित्तपोषण: एफ़पीओ को केंद्रीय भूमिका में रखते हुए https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/0808222243rural-pulse-issue-XXXVIII.pdf
8 सदृढ़ अर्थव्यवस्था के लिए पोषक-अनाज https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/1710220622nabard-rural-pulse-Issue-no-xxxviii-June-July-2022.pdf
9 क्रेडिट गारंटी- ग्रामीण वित्त में एक डी-रिस्किंग टूल https://www.nabard.org/Hindi/auth/writereaddata/tender/2501231155credit-guarantee-a-de-risking-tool-in-rural-finance.pdf

(घ) अंतर्दृष्टि

अंतर्दृष्टि एक नई श्रृंखला है जो जिला विकास प्रबंधकों के हमारे नेटवर्क के माध्यम से सामयिक मुद्दों पर जमीन से त्वरित प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए तंत्र के रूप में कार्य करती है. एकत्रित किए गए डाटा से विश्लेषण संक्षिप्त और स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा.अब तक तीन संस्करण जारी किए गए हैं, जिनमें से दो वित्तीय वर्ष 23 के दौरान जारी किए गए थे.

क्र.सं. संस्करण का विषय प्रकाशन पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 कोविड-प्रेरित प्रवसन: क्यों,कैसे और आगे क्या https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2911231748insights-1-covid-induced-migration.pdf
2 भारत में कृषि @75 https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2911232028insights-II-agriculture-in-india@75..pdf
3 महिला सशक्तिकरण: वास्तविकता की जांच https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2911232210insight-III-women-empowerment-a-reality-check.pdf

(च) इको फोकस

इको फोकस विभाग की एक नई पहल है जिसमें दूध की बढ़ती कीमतों, टमाटर, आलू और प्याज की कीमतों में अस्थिरता जैसे समकालीन मुद्दों पर विषयगत नोट्स शामिल हैं.

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1 दूध की बढ़ती कीमतें: मुद्दे और चिंताएँ* https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/pub_240823100614753.pdf
2 टीओपी में अस्थिरता कृषि मूल्य शृंखला की भूमिका https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/pub_270623091211322.pdf
3 टमाटर की कीमतों में तेजी: मुद्दे और चिंताएँ https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/pub_240823095717751.pdf

सामयिक मुद्दों पर प्रतिष्ठित जर्नलों में अधिकारियों द्वारा पत्र/ आलेख

नाबार्ड के अधिकारी नाबार्ड के विषय-क्षेत्र से जुड़े सामयिक मुद्दों पर प्रतिष्ठित जर्नलों में अपने आलेख द्वारा योगदान देते रहे है. कुछ नए प्रकाशनों का विवरण निम्नानुसार है:

क्र.सं. प्रकाशन का विषय रिपोर्ट पढ़ने के लिए क्लिक करें
1 भारत में वित्तीय समावेशन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2309220440kurukshetra-article.pdf
2 भारत में किसान कल्याण- राज्य-वार विश्लेषण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2609223014measuring-farmers-welfare-an-analysis-across-states-of-india.pdf
3 ग्रामीण ऋण: क्या हम इसे और अधिक समावेशी बना सकते हैं? https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2609223632can-we-make-rural-credit-inclusive.pdf
4 कोविड -19 महामारी के बीच भारत के कृषि व्यापार की प्रवृतियाँ और प्रदर्शन https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2709224946trends-and-performance-of-indias-agricultural-trade-in-the-midst-of-covid-19-pandemic.pdf
5 उत्तर प्रदेश के विशेष संदर्भ में कृषि ऋण में वृद्धि और मुद्दे : एक जिला-स्तरीय विश्लेषण https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2709222005growth-and-issues-in-agricultural-credit.pdf
6 पूर्वोत्तर क्षेत्र में संस्थागत ऋण प्रवाह: मुद्दे और समाधान https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2709225325institutional-credit-flow-in-north-eastern-region-issues-and-solutions.pdf
7 भारत में बागवानी फसलों की बाज़ारगत कमजोरियां और संभावनाएं: टमाटर, प्याज और आलू (टीओपी) फसलों के विशेष संदर्भ में https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2709225958market-vulnerabilities-and-potential.pdf
8 एफपीओ की व्यवसाय पारिस्थिति को समझना और संभावनाओं के दोहन की रणनीतियाँ https://www.nabard.org/auth/writereaddata/tender/2709220406understanding-of-fpos-business-ecosystem-and-strategies-to-tap-potential.pdf

संपर्क विवरण

कुलदीप सिंह
प्रभारी अधिकारी
दूसरा माला, ‘बी’ विंग, सी-24, ‘जी’ ब्लॉक
बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा (पूर्व)
मुंबई - 400051
टेली: (91) 022 – 26523617
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