NABSANRAKSHAN TRUSTEE COMPANY PRIVATE LIMITED

नैबसंरक्षण

वेबसाइट पोर्टल का पता: www.nabsanrakshan.org

नैबसंरक्षण ट्रस्टी प्राइवेट लिमिटेड नाबार्ड के पूर्ण स्वामित्व में एक सहायक संस्था है जिसकी प्राधिकृत पूँजी रु.100 करोड़ है. नैबसंरक्षण का उद्देश्य संधारणीय और समतामूलक कृषि और ग्रामीण विकास के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में क्रेडिट गारंटी और संबंधित गतिविधियाँ संचालित करना है. अर्थव्यवस्था में विकास के नए क्षेत्रों के सृजन में कृषि और अनुषंगी उद्योगों की प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुए नैबसंरक्षण वित्त तक पहुँच के माध्यम से इस क्षेत्र की संवृद्धि को आवश्यक गति प्रदान करेगा.

विज़न: “ग्रामीण समृद्धि के लिए ट्रस्ट का निर्माण”

मिशन: “संधारणीय कृषि और ग्रामीण विकास लाने के उद्देश्य से उधारदाताओं के आत्म-विश्वास को सहारा देने के लिए आवश्यक वित्तीय और प्रौद्योगिकीय सेवाओं के क्षेत्र में प्रमुख संस्था बनना.”

नैबसंरक्षण विभिन्न क्रेडिट गारंटी निधियों के प्रबंधन के लिए एक ट्रस्टी कंपनी के रूप में काम करेगा. यह प्रत्येक ट्रस्ट के अंतर्गत, अलग एंटिटी के रूप में एक-दूसरे से थोड़ी दूरी बनाए रखते हुए अनेक क्रेडिट गारंटी योजनाओं के कार्यान्वयन को संभव बनाएगा.

नैबसंरक्षण के उद्देश्य निम्नानुसार हैं:

  • सामान्य रूप से ट्रस्टीशिप कार्यों का सम्पादन और विशेष रूप से कृषि और अनुषंगी गतिविधियों, उद्योग, सेवाओं, तथा एमएसएमई सहित व्यवसायों एवं अन्य प्राथमिकता क्षेत्र गतिविधियों के लिए क्रेडिट गारंटी निधियों का परिचालन करना.
  • अनेक क्रेडिट गारंटी निधियों के लिए साझा ट्रस्टी कंपनी के रूप में काम करना.
  • ‘प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म शेयरिंग’ के माध्यम से कृषि और कृषि-अनुषंगी गतिविधियों से संबंधित, राज्य सरकार की/ अर्ध-सरकारी और अन्य सरकारी निधियों का प्रबंधन करना.

नैबसंरक्षण के ट्रस्टीशिप के अंतर्गत दो क्रेडिट गारंटी योजनाएँ इस प्रकार हैं:

पशुपालन और डेयरी के लिए क्रेडिट गारंटी योजना

आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत भारत सरकार के मात्स्यिकी, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने निवेशों को प्रोत्साहन देने के लिए पशुपालन आधारभूत संरचना निधि (एएचआईडीएफ) स्थापित की है. एएचआईडीएफ के अंतर्गत सहायता-प्राप्त अनुसूचित बैंकों को क्रेडिट गारंटी उपलब्ध कराने के लिए सेटलर के रूप में भारत सरकार और ट्रस्टी के रूप में नैबसंरक्षण के साथ, पशुपालन और डेयरी के लिए रु.750 करोड़ का क्रेडिट गारंटी निधि ट्रस्ट स्थापित किया गया है. इस प्रयोजन से पशुपालन और डेयरी के लिए क्रेडिट गारंटी योजना शुरू कर दी गई है.

कृषक उत्पादक संगठन वित्तपोषण के लिए क्रेडिट गारंटी योजना

कृषि परिदृश्य में कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के महत्त्व को समझते हुए भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने एफपीओ के सामने आ रही चुनौतियों के समाधान के लिए एक केन्द्रीय सेक्टर की योजना शुरू की – “10,000 कृषक उत्पादक संगठनों का गठन और संवर्धन”. इस योजना के अंतर्गत भारत सरकार और नाबार्ड द्वारा बराबर राशि के अंशदान से, सेटलर के रूप में भारत सरकार और ट्रस्टी के रूप में नैबसंरक्षण के साथ रु.1000 करोड़ की समूह निधि से कृषक उत्पादक संगठनों के लिए एक क्रेडिट गारंटी निधि स्थापित की गई है. इस प्रयोजन से एफपीओ वित्तपोषण के लिए क्रेडिट गारंटी योजना को परिचालन में लाया गया है.

महत्त्वपूर्ण लिंक

कृषक उत्पादक संगठन वित्तपोषण के लिए क्रेडिट गारंटी योजना

पशुपालन और डेयरी के लिए क्रेडिट गारंटी योजना (संशोधित 2.0)

क्रेडिट गारंटी पोर्टल लिंक:

ब्रोशर

नैबसंरक्षण पर ब्रोशर

संपर्क:

श्री राहुल उप्पल
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नैबसंरक्षण
चौथा माला, ‘ई’ विंग, सी -24, ‘जी’ ब्लॉक
बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स, बांद्रा (पूर्व)
मुंबई -400051
महाराष्ट्र
संपर्क नं.:022-26539410
ई-मेल आईडी: ho@nabsanrakshan.org