नैबफाउंडेशन एक धारा 8 लाभ-निरपेक्ष कंपनी है जो राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) द्वारा संवर्धित और उसके पूर्ण स्वामित्व में है. इस कंपनी का उद्देश्य देशभर में स्वयं अथवा अन्य हितधारकों की साझेदारी से विकास परियोजनाओं को कार्यान्वित करना है. इस कंपनी की स्थापना हाल ही में अर्थात् अगस्त 2019 में की गई. कुछ समय से यह फाउंडेशन प्रभावी परियोजनाओं को स्वयं अथवा अपने हितधारकों (जैसे नागरिक सामाजिक संगठनों, कृषि विश्वविद्यालयों, सरकारी विभागों और सार्वजनिक तथा निजी संगठनों के सीएसआर के अंतर्गत) के साथ साझेदारी से कार्यान्वित करने के लिए एक सक्रिय मंच के रूप में विकसित हो रहा है.
नैबफाउंडेशन की स्थापना के उद्देश्य निम्नानुसार हैं :
अ. नाबार्ड के विकास विभागों के प्रयासों के पूरक के रूप में कार्य करना.
आ. नाबार्ड के कार्यों को आगे ले जाने में इन विभागों की सहायता करना.
इ. अन्य संगठनों को अपनी सीएसआर परियोजनाओं को सहयोग और तालमेल के माध्यम से निष्पादित करने के लिए नेटवर्क, समन्वय और सहयोग प्रदान करना.
नैबफाउंडेशन की गतिविधियों का दायरा
कंपनी का मुख्य उद्देश्य निम्नानुसार है :
कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 की अनुसूची VII के अंतर्गत सूचीबद्ध किन्हीं/ सभी गतिविधियों को आरंभ करना, उनकी योजना बनाना, उन्हें निष्पादित और कार्यान्वित करना और उन्हें सहयोग देना जिसके अंतर्गत निम्नलिखित मुद्दों पर विशेष बल दिया जाएगा:
• ग्रामीण आय और आजीविका निर्माण
• संधारणीय कृषि और ग्रामीण विकास
• प्रकृतिक संसाधन प्रबंधन; जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए अनुकूलन और शमन
• कौशल, विपणन सहयोग और कृषि तथा कृषीतर क्षेत्र दोनो में क्षमता विकास
• ग्रामीण नवोन्मेष; महिला जागरूकता; वित्तीय समावेशन
• स्वास्थ्य, शिक्षा, स्वच्छता और आवासन; पेयजल सुविधा; ग्रामीण आधारभूत संरचना परियोजनाएँ
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उपर्युक्त के अतिरिक्त नैबफाउंडेशन ऐसे सभी क्षेत्रों में जहाँ नाबार्ड अथवा उसकी सहायक संस्थाएँ हितधारक हैं,गतिविधियों को कार्यान्वित कर सकता है.
श्री संजीव डी रोहिला
मुख्य कार्यपालक अधिकारी
नैबफाउंडेशन